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नवंबर 7, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अथ श्री श्वान प्रताड़ित कथा...

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  चित्र - गूगल से साभार डिस्क्लेमर - श्वान प्रेमी..इस पोस्ट से दूर रहें....वरना उनके कोमल हृदय पर लगे आघात के जिम्मेदार हम नहीं होंगे...कुत्ता सामने आकर भौकता है और काटता है तो क्या होता है, भुक्तभोगी रह चुके हैं और यह लेख उसी पीड़ा से जन्मा है...सुमित्रानन्दन पन्त ने कहा था...वियोगी होगा पहला कवि...हम कहते हैं..कुत्ता प्रताड़ित होंगे हम जैसे...तभी जन्मा ऐसा प्रतिवाद....और हाँ, हम कुत्ते को कुत्ता ही कहेंगे और कुतिया को कुतिया ही कहेंगे विदाउट किन्तु और परन्तु....जब भैंस को भैंस कहते हैं, गाय को गाय या गइया कहते हैं, बिल्ली को बिल्ली कह सकते हैं तो आपके कुत्ते में ऐसे कौन से सुरखाब की पूँछ लगी है....कुत्तों को नियंत्रण में रखने के लिए कानून होना ही चाहिए...इन्सान चाहे लाख बुरे हों पर उनको कुत्ते से कमतर तो मत मानिए ऐसा है कि आज जो कुछ भी हम लिखने जा रहे हैं...उससे बहुत से श्वान प्रेमियों....माने कुत्ता और जनावर प्रेमियों को बड़ी तकलीफ हो सकती है तो उनसे कृपया निवेदन है कि इस भुक्तभोगी से कृपया दूर रहें... अब कुत्ता -बिल्ली प्रेमी कहेंगे तो तकलीफ होगी और फिर वह लेकर बैठ जाए